“ऑपरेशन सिंदूर”
बाहर वाले दुश्मन से तो
सावधान हम रहते हैं ।
लेकिन भीतर वाले दुश्मन
छेद नाव में करते हैं ।।
समय आ गया जैसे को तैसा करके दिखलाने का।
सही समय है उसकी
करतूतों का मज़ा चखाने का।।
हमारा प्यारा हिन्दुस्तान।
हमारा भारत देश महान।।
जिनकी आँखों के आगे
उनका सिंदूर मिटाया है।
उनका बदला लेने भारत-
ने अभियान चलाया है ।।
अब हमको आतंकवाद की
जड़ें मिटानी ही होंगी ।
पहलगाम में पड़े लहू की
लाज बचानी ही होंगी ।।
हमारा प्यारा हिन्दुस्तान।
हमारा भारत देश महान।।
पहलगाम की घटना ने
भारत के दिल को चीर दिया।
उजड़े सिंदूरी सपनों ने
आँखों में जो नीर दिया।।
बहुत बह गया आँखों से
अब नीर नहीं बहने देंगे ।
किसी निहत्थे सैलानी को
पीर नहीं सहने देंगे ।।
हमारा प्यारा हिन्दुस्तान।
हमारा भारत देश महान।।
आर-पार का युद्ध जीत कर
अब दुनियाँ को दिखा दिया।
शक्ति हमारे भारत की
सर्वोपरि है यह बता दिया।।
भारत की सेना ने भी
दुश्मन का चक्का रुका दिया।
आतंकी आक़ाओं के सर – को भारत ने झुका दिया।।
हमारा प्यारा हिन्दुस्तान।
हमारा भारत देश महान।।
प्रो.(डाॅ.) शशि तिवारी “साहित्यभूषण”
अन्तरराष्ट्रीय कवयित्री,साहित्यकार, समाजसेवी।
पू.विभागाध्यक्ष संस्कृत, आगरा काॅलेज, आगरा।
अध्यक्ष, बाबू गुलाबराय स्मृति संस्थान।
कार्यकारी अध्यक्ष, अन्तरराष्ट्रीय हिन्दी समिति,दिल्ली।